WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI - फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है इन हिंदी - Forex trading kya hai in hindi

 WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI | फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है ?

यदि आप भी विदेशों में चलने वाले शेयर बाजार में अपने पैसे लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए है क्योंकि आज के इस पोस्ट में हमने WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI के बारे में बताया है।


what is forex trading in hindi

TABLE OF CONTENTS OF THIS POST

  • फोरेक्स market क्या है हिंदी में | WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI
  • BASIC OF FOREX MARKET TRADING IN HINDI | (भारत में विदेशी मुद्रा के साथ व्यापार करने की मूल जानकारी)
  •      * भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग और निवेश के उदाहरण
  •    * फॉरेक्स ट्रेडिंग इन इंडिया से जुड़ी शब्दावली
  •      * Forex Trading Lot Size Value In Hindi
  •      * 1.) Standard Lot Size
  •      * 2.) Mini Lot Size
  •      * 3.) Micro Lot Size
  •      * 4.) Nano Lot Size
  •    * Forex Trading में Leverage कितना मिलता हैं?
  •    * What is PIP (Percentage In Points)?
  •    * संचालन की मात्रा
  •    * FAQs : WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI से अक्सर पूछे गये सवाल
  •      * Q.1) फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग और निवेश कैसे किया जाता है?
  •      * Q.2) फोरेक्स कौन सा बिजनस हैं?
  •      * Q.3) 10$ के साथ फॉरेक्स ट्रेडिंग और निवेश कैसे करें?
  •    * निष्कर्ष (Conclusion)

भारत में बहुत से लोग What is Forex Trading In Hindi के बारे में गहराई से नहीं जानते लेकिन ज्यादातर लोगों ने कहीं न कहीं से फॉरेक्स मार्केट या फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में सुना होता है । इस लेख की मदद से आपको Forex Market and Forex Trading के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी जिससे आप भी विदेश में ट्रेडिंग कर पाएंगे। 

कैसे आपको What Forex Trading In Hindi करना चाहिए और आप कितना मुनाफा कमा सकते हैं इस लेख में हम यह भी जानेंगे। Forex Trading एक विदेशी Trading है जो विदेशी बाजारों के साथ किया जाता है। इसके लिए आज के समय में बहुत से ऐसी एप हैं जिनके मदद से फॉरेक्स ट्रेडिंग किया जा सकता है।


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फॉरेक्स बाजार क्या है? WHAT IS FOREX MARKET IN HINDI?


फोरेक्स का मतलब ग्लोबल करेंसी जो की ओवर-द-काउंटर मार्केट (OTC) से हैं जहां विश्व के ट्रैडर (Trader), निवेशक (Investor), संस्था और बैंक (Institutional And Bank) ट्रैड  करते हैं और विश्व भर के करेंसी के साथ क्रय और विक्रय करते हैं। पूरी दुनिया के वैश्विक बाजार (Globle Market) में ट्रैडिंग किए जाने वाला यह बाजार पूरे सप्ताह में 5 दिन और 24 घंटे खुला रहता हैं। इस बाजार की टोटल अनुमानित मार्केट कैप 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है। 

Forex को दो अक्षरों से लिखा जाता हैं, पहला अक्षर For और दूसरा अक्षर Ex है जहां For का मतलब होता हैं Foreign और Ex का मतलब होता है Exchange। इसका मतलब होता है हम जब भी किसी विदेशी मुद्रा में भारतीय मुद्रा के साथ एक्सचेंज या ट्रैड करते हैं उसे हम फोरेक्स ट्रैडिंग के नाम से पहचानते हैं। Forex Market में Trading करके एक अच्छा कमाई का रास्ता बनाया जा सकता हैं। 


उदाहरण :

जैसे आप कही बाहर विदेश में जाते हैं तो इसके लिए आपको भारतीय मुद्रा को विदेशी मुद्रा में बदलना होगा ठीक वैसे ही अगर आप किसी विदेशी एक्सचेंज ( Foreign Exchange) के शेयर या करेंसी में ट्रैड करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको विदेशी मुद्रा की आवश्यकता पड़ती हैं जिससे आप ट्रैड या निवेश कर पाये। 


HOW TO START FOREX TRADING IN INDIA IN HINDI 

 (भारत में विदेशी मुद्रा के साथ व्यापार करने की मूल जानकारी)

अगर आप का सपना भी भारत में रहकर विदेशी बाजारों में ट्रैडिंग करना है तो इसके लिए आपको भारत में ऐसे बहुत से एप मिल जाएंगे जिनकी मदद से आप विदेशी करेन्सी बाजार में ट्रैड कर सकते हैं या जिसके मदद से आप निवेश भी कर सकते हैं। 


WHAT IS CURRENCY PAIRS ( करेंसी पेयर क्या हैं )

विदेशी मुद्रा बाजार (Forex Market) में आपको मुद्रा की जोड़ी यानी की पेयर करेंसी में ट्रैड करने की अनुमति दी जाती हैं। इस करेंसी पेयर में से पहले वाले करेंसी को Base Currency और दूसरे करेंसी को Quote Currency कहा जाता हैं। जैसे (USDT/INR) जिसमे USDT Base Currency है जो की अमेरिका की करेंसी है और दूसरी INR जो की Quote currency है जो की भारत की है । ऐसे ही करेंसी पेयर होते हैं जिनमें फॉरेक्स ट्रेडिंग किया जाता है। कुछ दूसरे करेंसी पेयर जैसे की ( JPY/ INR ) (GBP/INR) ऐसे बहुत से करेंसी पेयर होते हैं जिनमें फॉरेक्स ट्रेडिंग किया जाता है। 


नोट: इस लेख की कोई भी गणना या करेंसी पेयर का रेट केवल उदाहरण के लिए बताया गया हैं। बाजार में ऐसे बहुत से करेंसी पेयर हैं मौजूद हैं जहां आप भारत में रहकर ट्रेड या निवेश कर सकते हैं। (USDT/INR) इस स्थिति में यहाँ पर USDT एक Base Currency हैं और INR एक Quote Currency हैं।


यहाँ आपको सिर्फ INR के जरिए ट्रैड करने का उदाहरण दिया गया हैं परंतु आप चाहे तो USDT के जरिए भी विदेश बाजार में भी ट्रेड कर सकते हैं। उदाहरण के लिए मान लीजिए, आपने INR के जरिए USDT की खरीदी किया हैं तो अब आपके पास USDT हैं और USDT होने के कारण आप अब (GBT/USDT) के जोड़े में भी आसानी से ट्रैड कर सकते हैं। 


परंतु जब आप INR भारतीय रुपये से USDT अमेरिकी डॉलर की खरीदारी करते हैं, जैसे 1 USDT का प्राइस 80 रु हैं और अगर आपको 100 USDT खरीदना है तो इस स्थिति में आपको 8000 भारतीय रुपए खर्च करना पड़ेगा साथ में कुछ प्लेटफार्म फीस भी लगती है जहां से आप INR को USDT में बदलेंगे।

1 USDT= 80 INR


भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग के उदाहरण

ऊपर के लेख में आपको WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI की Basic जानकारी मिल गई होगी अब आपको एक उदाहरण के मदद से नीचे के लेख में समझाया गया हैं जिससे आप फॉरेक्स मार्केट के बारे में और भी स्पष्ट तरीके से समझ पाएंगे ।

यहाँ पर मैं आपको USDT करेंसी के जरिए से समझाना चाहता हूं जिसका मूल कीमत 80 रु रखा गया हैं। यूएसडीटी को इस लिए रखा गया हैं क्योंकि विदेशी बाजार में USDT सबसे ज्यादा  इस्तेमाल होने वाला एक मात्र करेंसी हैं।


 
What Is Forex Trading In Hindi 

EUR/USDT के पेयर करेंसी में मान लीजिए इस जोड़े की कीमत 4000 रु हैं तो मतलब आपको 1 EUR को खरीदने के लिए 4000 रु देने होंगे जो की 50 USDT होते हैं। अब अगर दो दिन बाद EUR की कीमत में वृद्धि होकर 45,00 रु हो गया हैं तो इस मामले में इसको बेचने के बाद आपको 500 रु का फायदा होगा जहां आपको पूरे 56.25 USDT प्राप्त होंगे। 

और यहीं इसका उल्टा अगर बाजार का भाव नीचे आ जाता हैं तो आपको नुकसान भी होता हैं मान लीजिए आपके द्वारा खरीदा गया 1 EUR जिसकी कीमत 4000 रु हैं और यह अगले दो दिन बाद घटकर उसका भाव 3500 हो जाता हैं तो इस स्थिति में आपको 500 रु का नुकसान हो जाता हैं और अब जब आप EUR को बेचेंगे तो आपको 43.75 USDT ही प्राप्त होंगे ।


यहां पर फोरेक्स में ट्रैडिंग के लिए अलग-अलग देश का समय की सारणी दी गई है।


न्यूयॉर्क का समय  08:00 am – 05:00 pm EST (भारत का समय: 5:30 pm – 2:30 am)

टोक्यो का समय 07:00 pm – 04:00 am EST (भारत का समय: 4:30 am – 1:30 pm)

सिडनी का समय 05:00 pm – 02:00 am EST (भारत का समय: 2:30 am – 11:30 am)

लंदन का समय 03:00 am – 12:00 noon EST (भारत का समय: 12:30 pm – 9:30 pm)

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फॉरेक्स ट्रेडिंग इन इंडिया से जुड़ी शब्दावली

आइए अब समझते हैं की फोरेक्स ट्रैडिंग को भारत में कैसे किया जा सकता हैं और WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI जैसे सवाल को और आसान बनाने के लिए नीचे कुछ शब्दावली को प्रस्तुत किया गया हैं जो की बहुत ही सरल भाषा में यूजर के लिए दर्शाया गया हैं जिसे आप जल्दी समझ पाएंगे। 


FOREX TRADING LOT SIZE VALUE IN HINDI


आप जब FOREX MARKET में खरीदारी या बिकवाली करते हैं तो आपको यह जानना बेहद जरूरी होता हैं की फोरेक्स ट्रैडिंग में कितने लॉट को खरीदना होता हैं तो आइए इसके बारे में जानते हैं –

हम फोरेक्स ट्रैडिंग को 4 तरह के Lot Size में कर सकते हैं। 
नोट : सारे लॉट को EUR/USDT के जोड़े में बताया जाएगा जिसकी कीमत 1$ हैं। 


1.) STANDARD LOT SIZE


विदेशी बाजार में निवेश या ट्रेड करने के लिए Standard lot, लॉट साइज़ का एक प्रकार हैं जिसमें 1,00,000 Unit (Quantity) को एक साथ खरीदना या बेचना होता हैं। 
अगर आप इस लॉट साइज में ऊपर बताए गये जोड़े में ट्रेड या निवेश करते हैं जिसकी कीमत 1$ हैं तो यहाँ पर आपको एक लॉट साइज को खरीदने के लिए 1,00,000$ जरूरत पड़ेगी और रिटेल ट्रेडर लिए इतने बड़े कैपिटल से ट्रेड करना बिल्कुल संभव नहीं हैं जो इतने बड़े अमाउन्ट में ट्रैड कर पाए इसलिए फॉरेन एक्सचेंज के कुछ ट्रेडिंग अकाउंट में आपको Leverage की सुविधा दी जाती हैं जो की 400X तक का होता हैं।
यानी की अगर आपका कैपिटल केवल 100$ है तो आप लेवरेज का प्रयोग करके आप 100$ × 400 = 40000$ की खरीदी या बिकवाली कर सकते हैं।


2.) MINI LOT SIZE


मिनी लॉट साइज, Standard lot size से छोटा होता है इसमें लॉट की साइज़ 10,000 Units की होती हैं जिसमें आपको EUR/USTD के जोड़े को खरीदने के लिए 10,000$ कैपिटल की  जरूरत पड़ेगी परंतु इसे अगर आप Leverage के साथ लेते हैं तो आपके लिए यह सस्ता पड़ जाता हैं।


3.) MICRO LOT SIZE

Micro Lot Size, Mini Lot Size से छोटा होता है यदि कोई निवेशक Micro Lot Size में ट्रैडिंग करते हैं तो उन्हें 1,000 Units को खरीदना होगा और इसके लिए निवेशक को 1,000$ की इनवेस्टमेंट करना होगा। 


4.) NANO LOT SIZE

अब फाइनली बात करते हैं Nano Lot Size के बारे में जो की सबसे छोटा लॉट साइज होता है इस लॉट में आपको 100 Units को खरीदना होता है जिसमें ऊपर बताए गये कीमत के हिसाब से आपको 100$ की इनवेस्टमेंट की जरूरत पड़ेगी।

> ध्यान दें ऊपर के लॉट में जीतने भी कीमत को दर्शाया गया हैं वह  EUR/USDT में हैं,

 जिसकी कीमत की कैलकुलेशन 1$ के हिसाब से की गई हैं यह केवल उदाहरण के लिए हैं ।


FOREX TRADING में LEVERAGE कितना मिलता हैं? 

यदि आप भारतीय शेयर बाजार में निवेशक या ट्रेडर हैं और आप Intraday Trading करते हैं तो आप ज्यादा से ज्यादा 5X का ही Leverage का इस्तेमाल कर सकते हैं यानी अगर आप 1,000 रु के कैपिटल से कोई भी Intraday Order buy या sell करते हैं तो ज्यादा से ज्यादा आपको 5,000 रु तक  Intraday में ट्रैड के लिए शेयर प्राप्त हो सकते हैं। 

लेकिन अगर आप फोरेक्स ट्रैडिंग करते हैं तो आपको ज्यादा से ज्यादा Leverage इस्तेमाल करने के लिए अनुमति दी जाती हैं जिसमे आप 400X तक का Leverage लेकर ट्रेड कर सकते हैं इसलिए अगर आपके पास 100$ हैं ट्रेड लेने के लिए तो आप Leverage का use करने के बाद 40,000$ तक का ट्रेड कर सकते हैं। लेकिन एक बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए आप जितना ज्यादा लिवरेज का यूज करके ट्रेड करते हैं उतना ही ज्यादा नुकसान और मुनाफा होने की संभावना होती हैं। इसलिए अगर आपके पास ट्रेडिंग या निवेश करने का ज्यादा अनुभव नहीं है तो शुरुआत में आप ज्यादा लिवरेज के साथ ट्रेड न करें नहीं तो बड़ा नुकसान हो सकता है । आप धीरे धीरे अपने एक्सपीरियंस को बढ़ाते रहें ताकि और भी बेहतर तरीके से ट्रेडिंग या निवेश कर पाएं।


WHAT IS PIP (PERCENTAGE IN POINTS)?


फोरेक्स ट्रैडिंग में PIP का क्या मतलब होता है और इसका काम क्या होता है आइए अब इसे समझते हैं –

विदेशी बाजार में शेयर के मूल्य को दशमलव के बाद 4 Desimal तक दर्शाया जाता हैं जैसे EUR/USDT एक करेंसी का जोड़ा हैं। जब आप लाइव ट्रैड करेंगे तो यहाँ इसकी कीमत 1.2547$ के रूप में आपको दिखेगी ।


उदाहरण :

मान लीजिए एक करेंसी (EUR/USDT) हैं जिसकी current price $1.2456 है। अब अगर करेंसी अपने वास्तविक मूल्य से बढ़कर $1.2457 हो जाता हैं तो अब आप देखेंगे price में  $0.0001 की वृद्धि हुई हैं तो इसको बोला जाता है 1 PIP की वृद्धि हुई हैं। जब किसी भी करेंसी पेयर के प्राइस में 4th Desimal में जो बदलाव होते है उसे फॉरेक्स बाजार में PIP (Percentage In Points) बोला जाता हैं।


संचालन की मात्रा | volume of operations

जब भी बाजार में उतार या चढ़ाव की स्थित बनती है तो PIP अपने current price से कम या ज्यादा होता है जिसमें ट्रेडर PIP के परिवर्तित होने पर या तो वह मुनाफा कमाते हैं या तो उनको नुकसान होता है। 

उदाहरण के लिए मान लो,अगर किसी निवेशक ने Standerd Lot Size खरीदा हैं, जिसमें 1,00,000 Unit होते हैं अगर निवेश के करेंसी के कीमत में 2 PIP की वृद्धि होती हैं तो निवेशक को 20$ का मुनाफा होता हैं इसी के साथ अगर निवेश की गई करेंसी में 5 PIP की वृद्धि होती हैं तो निवेशक को 50$ का मुनाफा होता हैं और इसी का उल्टा अगर निवेश की गई करेंसी में 1 PIP की कमी आती है तो निवेशक को 10$ का नुकसान होगा । ट्रेडिंग में फायदा और नुकसान दोनों की संभावनाएं होती हैं इसलिए रिस्क को Manage करके ट्रेड या निवेश किया जाता है।


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FAQS : WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI से अक्सर पूछे गये सवाल


Q.1) फोरेक्स ट्रैडिंग कैसे की जाती हैं?

फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग या निवेश करने के लिए आपको सबसे पहले किसी लीगल ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। उसके बाद उसमें डिमेट अकाउंट खोलकर उसमें फंड जमा करके फिर आप ट्रेडिंग या फिर निवेश करना शुरू कर सकते हैं।


Q.2) फोरेक्स कौन सा बिजनेस हैं?

फोरेक्स बाजार वह जगह हैं जहां करेंसी को खरीदा और बेचा जाता है। फोरेक्स ट्रैडिंग में प्रमुख रूप से currency  pairs का लेन - देन  किया जाता है। 


Q.3) 10$ के साथ फॉरेक्स ट्रेडिंग और निवेश कैसे करें?

10$ के Forex Market में ट्रेडिंग करके पैसा कमाना संभव हैं लेकिन इसके लिए आपको पहले सीखना होगा और एक अच्छे ब्रोकर को चुनकर डेमो ट्रैडिंग करके अपने अनुभव को बेहतर बनाना होगा उसके बाद सही Trading strategy को अपना कर शुरुवाती समय में नैनो लॉट के साथ ट्रैडिंग शुरू करना चाहिए। आप कम राशि के साथ भी फॉरेक्स मार्केट में trading शुरू कर सकते हैं।

निष्कर्ष (CONCLUSION)

आज इस WHAT IS FOREX TRADING IN HINDI के ब्लॉग में फोरेक्स मार्केट के बारे में बताया गया हैं और फोरेक्स  मार्केट कैसे काम करता हैं? फोरेक्स ट्रेडिंग में आप कैसे लिवरेज का इस्तेमाल सकते हैं और इससे किस प्रकार मुनाफा कमा सकते हैं इसके बारे में भी बताया गया हैं।

अगर आपका कोई फोरेक्स बाजार से संबंधित कोई सवाल है या कुछ पूछना या बताना चाहते हैं तो नीचे कमेन्ट करके जरूर पूछे आपके सभी सवालों का जल्द से जल्द उत्तर दिया जाएगा। साथ ही अगर आपको यह ब्लॉग पसंद आया हो तो अपने दोस्तों और ग्रुप में जरूर शेयर करें पूरा ब्लॉग पढ़ने के लिए धन्यवाद्।

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