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शेयर मार्केट में स्टॉक कितने प्रकार के होते हैं ? स्टॉक कितने प्रकार के होते हैं?

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परिचय:


एक व्यक्तिगत निवेशक (retail investor) के रूप में सूचित निर्णय लेने के लिए, विभिन्न प्रकार के शेयरों को समझना जरूरी होता है।  हर एक प्रकार का स्टॉक अपनी खास विशेषताओं और जोखिम की संभावना के साथ आता है, और इनकी स्पष्ट समझ होने से आपकी निवेश रणनीति (Investing strategy) में काफी वृद्धि की जा सकती है।  इस पोस्ट में, हम विभिन्न प्रकार के शेयरों का पता लगाएंगे और आपको निवेश की जटिल दुनिया को समझने के लिए मूल्यवान जानकारी प्राप्त करेंगे।


1. सामान्य स्टॉक: ( General Stocks )


सामान्य स्टॉक्स, शेयर बाजार में उपलब्ध सबसे प्रचलित प्रकार के स्टॉक होते हैं।  जब आप आम शेयरों में निवेश करते हैं, तो आप कंपनी के आंशिक मालिक ( Part Owner ) बन जाते हैं, वोटिंग अधिकार ( voting rights )और संभावित लाभांश ( potential dividend ) के हकदार हो जाते हैं।  हालांकि, दिवालिया होने पर कंपनी की संपत्ति प्राप्त करने के लिए सामान्य शेयरधारक ( Shareholders ) अंतिम पंक्ति में होते हैं।  सामान्य स्टॉक में ज्यादा रिटर्न की क्षमता होती हैं लेकिन इनमें ज्यादा जोखिम ( Risk ) भी होता है।


2. पसंदीदा स्टॉक: ( preferred stock )


दूसरी ओर पसंदीदा स्टॉक (preferred stock) , निवेशकों को स्टॉक और बॉन्ड दोनों की विशेषताओं का एक अनूठा मिश्रण प्रदान करते हैं।  यदि परिसमापन ( liquidation ) का सामना करना पड़ता है, तो सामान्य स्टॉकहोल्डर्स की तुलना में पसंदीदा स्टॉकहोल्डर्स का कंपनी की संपत्ति पर दावा करने का अधिकार अधिक होता है।  इसके अतिरिक्त, पसंदीदा स्टॉकहोल्डर्स को सामान्य स्टॉकहोल्डर्स से पहले लाभांश ( Dividend )  मिलता है।  हालाँकि, पसंदीदा स्टॉकहोल्डर्स के पास ज्यादातर पर कंपनी में वोटिंग अधिकार नहीं होते हैं।


3. ग्रोथ स्टॉक्स: ( Growth Stocks)


ग्रोथ स्टॉक में वो कंपनियां आती हैं जो तेजी से विस्तार कर रही हैं और आगे की ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए अपने मुनाफे को फिर से निवेश कर रहे हैं।  ये स्टॉक अक्सर लाभांश (Dividends) का भुगतान नहीं करते हैं क्योंकि कंपनियां फिर से निवेश को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं।  निवेशक अपनी संभावित पूंजी वृद्धि के लिए ग्रोथ स्टॉक्स की ओर आकर्षित होते हैं।  हालांकि, वे भविष्य की कमाई के आसपास अनिश्चितता के कारण उच्च स्तर की अस्थिरता (High Volatility) और जोखिम (Risk) के साथ आते हैं।


4. वैल्यू स्टॉक्स: ( Value Stocks )


वैल्यू स्टॉक उन कंपनियों के शेयर होते हैं जिनका फंडामेंटल एनालिसिस के आधार पर सही मूल्यांकन नहीं होता है या जिनको अंडरवैल्यूड (Undervalued) माना जाता है।  मूल्य शेयरों पर ध्यान केंद्रित करने वाले निवेशक मजबूत वित्तीय वाली कंपनियों की तलाश करते हैं, लेकिन जिनके शेयर की कीमतें उनके आंतरिक मूल्य ( intrinsic value ) को नहीं दर्शाती हैं।  तरीका यह है कि इन शेयरों में कम कीमत पर निवेश किया जाए और बाजार द्वारा उनके मूल्य को पहचानने की प्रतीक्षा की जाए, जिसके परिणामस्वरूप संभावित पूंजीगत लाभ ( potential capital gains) हो।


5. लाभांश स्टॉक: ( Dividend Stocks )


लाभांश स्टॉक (Dividend Stocks) में वो कंपनियां आती हैं जो नियमित रूप से लाभांश (Dividends) के रूप में शेयरधारकों को अपने लाभ का एक हिस्सा बांटते हैं।  ये शेयर कमाई चाहने वाले निवेशकों के पक्षधर हैं जो लगातार नकदी प्रवाह ( cash flow ) को प्राथमिकता देते हैं।  डिविडेंड स्टॉक के द्वारा पूंजी में वृद्धि और नियमित आय दोनों किया जा सकता हैं, जिसके कारण वे लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाते हैं।


6. ब्लू-चिप स्टॉक: ( Blue Chip Stocks )


ब्लू-चिप स्टॉक अच्छी तरह से स्थापित कंपनियों के शेयरों को स्थिर आय, विश्वसनीय प्रदर्शन और मजबूत बाजार उपस्थिति ( strong market presence ) के इतिहास के साथ प्रस्तुत करते हैं।  ये कंपनियां ज्यादातर अपने संबंधित उद्योगों में अग्रणी होती हैं और लगातार रिटर्न देने का लंबा ट्रैक रिकॉर्ड रखती हैं।  ब्लू-चिप स्टॉक को अपेक्षाकृत सुरक्षित निवेश माना जाता है, जो स्थिरता और लाभांश ( stability and dividends ) की एक स्थिर धारा प्रदान करता है।


7. स्मॉल-कैप, मिड-कैप और लार्ज-कैप स्टॉक्स: ( Small -cap, Mid-cap and large-cap Stocks )


स्टॉक को आगे कंपनी के बाजार पूंजीकरण ( Market capitalization ) के आधार पर बांटा गया है।  स्मॉल-कैप स्टॉक जो की छोटे बाजार मूल्य ( small market value ) वाली कंपनियों के होते हैं, जबकि मिड-कैप स्टॉक स्मॉल-कैप और लार्ज-कैप शेयरों के बीच वाले होते हैं।  लार्ज-कैप स्टॉक उच्च बाजार मूल्य ( High Market Value ) वाली कंपनियों से जुड़े होते हैं और ज्यादातर इनमे अधिक स्थिरता होती है।  इन स्टॉक्स को चुनते समय निवेशकों को अपने जोखिम सहिष्णुता ( risk tolerance ) और निवेश लक्ष्यों ( investment goals )  पर विचार करना चाहिए।


8. पैनी स्टॉक्स : ( Penny Stocks )


ऐसे स्टॉक जो की स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड होते हैं और उनकी मार्केट प्राइस 1₹ से 25₹ तक होती है लेकिन उस कंपनी की प्राइस वैल्यू 100 करोड़ के आस पास या कम होती है, ऐसे स्टॉक निवेश करने के उद्देश्य से कम सुरक्षित होते हैं क्योंकि इनमे  रिस्क बहुत होता है।


List Of All types of stocks


1. Blue chip stocks
2. Growth stocks
3. Value stocks
4. Dividend stocks
5. Penny stocks
6. Small-cap stocks
7. Mid-cap stocks
8. Large-cap stocks
9. Tech stocks
10. Healthcare stocks
11. Energy stocks
12. Financial stocks
13. Consumer goods stocks
14. Real estate stocks
15. Biotech stocks




निष्कर्ष:


उपलब्ध जानकारी के अनुसार विभिन्न प्रकार के स्टॉक को समझकर, आप अपने वित्तीय लक्ष्यों ( financial goals ) और जोखिम लेने की क्षमता ( risk appetite ) के साथ निवेश करने के लिए अपनी निवेश रणनीति को तैयार कर सकते हैं।  चाहे आप विकास शेयरों की संभावित वृद्धि, ब्लू-चिप शेयरों की स्थिरता, या लाभांश शेयरों की लगातार आय को पसंद करते हैं, हर स्टॉक के प्रकार की अपनी खूबियां और विचार हैं।  पूरी तरह से शोध करने, अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने और सूचित निवेश निर्णय लेने के लिए वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। 

अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो दूसरों तक शेयर कीजिए और अपना सुझाव हमें कमेंट जरुर बताएं।

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